और भी खतरनाक हुआ कोरोना: इसके नए लक्षणों से डॉक्टर चकित है , काफी गंभीर है ये लक्षण इनसे लापरवाही न करे ! दोस्तों फिर से हमारे देश में को...
और भी खतरनाक हुआ कोरोना: इसके नए लक्षणों से डॉक्टर चकित है , काफी गंभीर है ये लक्षण इनसे लापरवाही न करे !
दोस्तों फिर से हमारे देश में कोरोना की दूसरी लहर सामनेआई है इसके कई लक्षण ऐसे देखने में आ रहे हैं जिन्हें कि एक आम आदमी बेहद सामान्य मानता है और नजरअंदाज कर देता है। जैसे बेचैनी, पेट में दर्द, दस्त, कमजोरी यह सभी समस्याएं गर्मियों में किसी को भी हो सकती है, लेकिन अब अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है क्योंकि यह समस्याएं कोरोना के नए लक्षणों में शामिल हो चुके हैं।
देश में पिछले साल कई भाती इस साल भी मार्च से कोरोना का असर बढ़नेलगा है ! कोरोना की दूसरी लहर दस्तक दे चुकी है। देशभर में दिन प्रति दिन कोरोना के आंकड़ों में वृद्धि हो रही है। पहली बार की तुलना में इस बार कोरोना बेहद ताकतवर बनकर सामने आया है और इस बार तो लक्षण भी बदल गए हैं। दरअसल, कोरोना की दूसरी दौर में सबसे ज्यादा लक्षणों में ही परिवर्तन आया है। पिछली बार की तुलना में सबकुछ बदला है। सर्दी, खांसी, बदन दर्द तो पहले जैसे ही है लेकिन कुछ और चीजें भी लक्षणों के तौर पर शामिल हुईं हैं, जिन्हें कोरोना के नए लक्षण माना जा रहा है।
चिकित्सकों कीमाने तो, पहले कुछ गिने-चुने लक्षणों से मरीज स्वयं पहचान पा रहे थे कि उन्हें कोरोना की संभावनाएं लग रही हैं लेकिन आज लक्षणों के आधार पर यह तय कर पाना कि कोरोना है या नहीं बहुत मुश्किल हो चुका है। आइए जानते हैं ! कोरोना की दूसरी दौर में सामने आने वाले नए लक्षण क्या हैं? किस तरह से आप इन्हें समझ सकते हैं और समय रहते सावधान हो सकते हैं।
जांच के बिना पता लगाना मुश्किल
पूरे साल में जहां आंकड़ों में बदलाव होते रहे हैं, वहीं साथ ही कोरोना के लक्षण भी कभी स्थिर नहीं रहे हैं। जहां शुरुआत में जुकाम, बुखार, खांसी आदि लक्षणों के आधार पर मरीज को जांच कराने की सलाह दी जाती थी, वहीं आज कई सारे लक्षण हैं, जो मरीज के शरीर में लंबे समय तक हैं तो उसे जांच कराना पड़ रहा है। जांच के बिना तो यह कहना कि किसी मरीज को कोरोना नहीं है, बहुत मुश्किल है।
अब और भी अधिक हो गई है, बिना लक्षणों वाले मरीजों की संख्या है
नए रूप में जब से कोरोना दुबारा आया है, बिना लक्षणों वाले मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। युवाओं में ऐसे मरीजों की संख्या अधिक है। यदि किसी घर के एक या दो सदस्यों में कोरोना के कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो उस घर के स्वस्थ और युवा सदस्य अक्सर बिना किसी लक्षण के भी कोरोना पॉजिटिव आते हैं। हालांकि इन मरीजों में तरह-तरह के कोरोना लक्षण जरूर देखे जा रहे हैं।
वर्तमान में कोरोना के नए लक्षण:-
कुछ नए लक्षण ऐसे देखने में आ रहे हैं,जो पहले भी लोगों में दिखते थे, लेकिन असामान्य थे। अब ये लक्षण बेहद सामान्य हो चुके हैं। जैसे :- जीभ पर धब्बे और सूजन का उभरना , स्किन पर लालिमा , स्किन पर जलन , पाँवों के तलवों में जलन , पैरों के तलवों में सूजन , स्किन एलर्जी , डायरिया , उल्टी दस्त , अपच , पेट में दर्द , बहती हुई नाक , सुखी खांसी , बुखार । अब बात करते है की किस तरह कोरोना के लक्षण विकसित हो रहे है !
कोरोना वायरस से ग्रसित लोगों में शुरुआती तौर पर लोगों में
• तेज़ बुखार
• खांसी
• जुकाम
• गले में खराश
• सांस लेने में तकलीफ होना
• तेज़ सर दर्द
कोरोना के सामान्य लक्षण :-
ये लक्षण विकसित होकर धीरे-धीरे अपना असर इस प्रकार करते है !
• शरीर में दर्द एवं पीड़ा
• गले में खराश
• दस्त लगना
• आँख आना / आँखों में तकलीफ होना
• सरदर्द / तेज़ सरदर्द
• स्वाद या गंध का चला जाना
• त्वचा पर दाने या उंगलियों या पैर की उंगलियों का काटना, चुभन, लालिमा
कोरोना वायरस के गंभीर लक्षण :-
जब कोरोना का प्रभाव पूरी तरह से हो जाता है तब मरीजो में ये दिखती है
• सांस लेने में कठिनाई या सांस की तकलीफ
• ऑक्सीज़न लेवल का गिरना
• सीने में दर्द या दबाव की शिकायत
• बोलने और चलने-फिरने में परेशानी
• शरीर का टूटने लगना
पेट दर्द या बेचैनी
अब जब गर्मियों के मौसम है तो पेट में बेचैनी, घबराहट आदि को बहुत सामान्य बात है और लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन कई सारे मरीज पिछले दिनों ऐसे भी देखने में आए हैं जो इन लक्षणों की शिकायत के बाद कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
पेट में दर्द और दस्त के लक्षण भी कई मरीजों में देखे जा रहे हैं। ऐसे में किसी भी मरीज को यदि दो या तीन दिन से अधिक यह समस्या रहती है तो उसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।
मांसपेशियों में दर्द एवं कमजोरी
कमजोरी किसको नहीं होती लेकिन अब कमजोरी भी कोरोना के लक्षणों में शामिल है। कई सारे मरीज बताते हैं कि उन्हें ऐसा महसूस होता है कि वे आलस्य का शिकार हो चुके हैं। उनके शरीर में ऊर्जा ही नहीं है। यदि वे एक जगह बैठे हैं तो वहां से एक से दो घंटे तक उठ नहीं पाते हैं। ज्यादा दूर चलने पर थकान महसूस कर रहे हैं। मासंपेशियों में दर्द बना हुआ है। ऐसे मरीजों को भी तुरंत कोरोना की जांच करवाने का परामर्श दिया जा रहा है।
भूख न लगना और मानसिक स्थिति पर असर
जब पेट ही खराब हो तो भूख का न लग्न लाजमी है पर, जहां पहले कोरोना के सामान्य लक्षणों में यह देखा जा रहा था कि मानसिक रूप से मरीज खुद को अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं। अब यह सामान्य लक्षण मुख्य लक्षणों के श्रेणी में आ चुका है। मरीजों के व्यवहार में भी चिड़चिड़ापन देखा जा रहा है। कोरोना वायरस शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से मरीज को कमजोर कर रहा है। अचानक से स्वस्थ व्यक्ति की भूख में कमी आ जाना भी कोरोना के नए लक्षणों में से एक है।
नया रूप है और भी अधिक खतरनाक
कोरोना का नया रूप बहुत खतरनाक है इसलिए यह न सिर्फ श्वसन प्रणाली पर हमला कर रहा है बल्कि अलग-अलग मरीजों पर तरह-तरह से प्रभावित कर रहा है। यही वजह है कि खांसी, सर्दी, श्वास संबंधी लक्षणों के अलावा भी कई लक्षण लोगों में नजर आ रहे हैं। ऐसे में किसी भी लक्षण को हल्के में नहीं लिया जा सकता है। कई मरीज तो स्वस्थ होने में सामान्य की तुलना में बहुत अधिक समय ले रहे हैं। ऐसे मरीज जिन्हें कोरोना के साथ निमोनिया भी हो रहा है, उन्हें ठीक होने में काफी लंबा समय लग रहा है।
विटामिन-सी का सेवन है बहुत जरुरी
कोरोना विशेषज्ञ का कहना है कि हम सभी जानते हैं कि शुरुआत से ही इस वायरस से बचना इसलिए मुश्किल हो रहा है क्योंकि यह दिखाई नहीं देता है। ऐसे में यदि आप मास्क, सैनेटाइजर को लेकर थोड़े भी लापरवाह हुए कि इसकी गिरफ्त में चले जाते हैं इसलिए जरूरी है कि रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करें। गर्मियों में संतरे आसानी से उपलब्ध होते हैं, उनका सेवन करें। काढ़े की आदत को खत्म न करें, कोरोना से लड़ने के लिए उसे जारी रखना आवश्यक है।
नोट : - किसी मरीज़ को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है तो वो भारत सरकार के हेल्पलाइन नंबर +91-11-23978046 या फिर 24 घंटों चलने वाले टोल फ्री नंबर 1075 पर संपर्क कर सकते हैं.
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