दोस्तों क्या आप जानते हैं की टैली क्या है ? What is Tally in Hindi ? आज प्रत्येक इंसान को कम्प्यूटर के बारे में जानकार...
दोस्तों क्या आप जानते हैं की टैली क्या है ? What is Tally in Hindi ? आज प्रत्येक इंसान को कम्प्यूटर के बारे में जानकारी है चाहे वह पढ़ा-लिखा हो या न हो| टैली भी इसी कम्प्यूटर में उपयोग होने वाला एक सॉफ्टवेयर है जिससे हम अपने छोटे से बड़े व्यापार का पूरा - पूरा हिसाब काफी आसानी से कर सकते है |आप कभी किसी कंप्यूटर इंस्टिट्यूट में गए होंगे तो, टैली कंप्यूटर कोर्स का नाम ज़रूर सुना होगा| इसके बारे में अक्सर लोग ये सवाल पूछते हैं की Tally करने के फायदे क्या हैं ? अगर आपको इन सवालों का जवाब नहीं मालूम, तो कोई बात नहीं क्यों की आज की पोस्ट मैंने Tally की जानकारी हिंदी में देने के लिए ही लिखा है. इसके साथ ही मैं आपको Tally का इतिहास भी बताऊंगा. आखिर टैली एकाउंटिंग का इस्तेमाल होना कब शुरू हुआ और इससे हम क्या क्या काम कर सकते हैं. ये सारी बातें हम आज यहाँ पुरी विस्तार से जानेंगे.
टैली का फुल फॉर्म (Tally Full Form)
टैली का फुल फॉर्म Transactions Allowed in a Linear Line Yards (ट्रांसक्शन्स एलाउड इन ए लीनियर लाइन यार्ड्स) है |हिंदी में इसे कहेंगे "एक रेखीय लाइन यार्ड में लेनदेन की अनुमति है |"
टैली का इतिहास (History of Tally in Hindi)
जैसा की मैंने पहले ही बता दिया है की Tally का निर्माण भारत के बैंगलोर स्थित कंपनी द्वारा किया गया है. लेकिन Tally Solution कंपनी को पहले Peutronics के नाम से जाना जाता था। Peutronics तो एक नाम है और नाम का कोई शाब्दिक अर्थ होना जरुरी नहीं पाय मेरे जानकारी के मुताबिक Peutronics शब्द Peutronic से लिया गया है जिसका अर्थ "चिरकालिक" होता है। क्या आप जानते है टैली के जनक कौन है ? सन 1986 में श्याम सुन्दर गोयनका और उनके बेटे भारत गोयनका ने मिलकर बनाया था। उस वक़्त श्याम सुन्दर गोयनका एक कंपनी चलाया करते थे जिससे की दूसरे प्लांट्स और टेक्सटाइल मिल्स को कच्चा माल और मशीनो के पुर्जे बेचा करते थे। तो इस व्यापर को सही ढंग से चलाने के लिए उनके पास कोई ऐसा माध्यम नहीं था जिससे वो अपना हिसाब किताब आसानी से कर सके।
तब उन्होंने अपने बेटे से कहा की एक ऐसा सॉफ्टवेयर बनाओ जिससे हम अपने बिज़नेस को आसानी से प्रतिबंधित (मैनेज) कर सके। भारत गोयनका जो की मैथमेटिक्स में ग्रेजुएट थे उन्होंने अकॉऊंटिंग एप्लीकेशन के लिए सबसे पहला संस्करण MS – DOS एप्लीकेशन के रूप में लाँच किया। क्योंकि उस समय MS – DOS ही OS के रूप के प्रचलित था। इस में सिर्फ बेसिक अकॉउंटिंग फंक्शन थे. जिसका नाम Peutronics financial Accountant रखा गया.
1988 में इस प्रोडक्ट का नाम बदलकर पहली बार Tally रखा गया.
1999 में इस कंपनी ने formally कंपनी का नाम बदलकर Tally Solutions रखा.
2001 के साल में Tally के नए संस्करण यानि Tally 6.3 को लांच किया गया. ये संस्करण से थोड़ा एडवांस था क्योंकि इस में Accounting के अलावा Educational उद्देश्य से उपयोग करने की योग्यता थी. इसके साथ इस में License की सुविधा भी दी गई.
सन 2005 में Tally को और भी अच्छा डिज़ाइन के साथ बाजार में उतारा गया जिसमे सबसे मुख्या फीचर था Value Added Taxation (VAT). जो की भारतीय कस्टमर्स के लिए बहुत उपयोगी था. ये Tally 7.2 version था.
2006 में Tally के 2 version को release किया गया जिनमे से एक Tally 8.1 था और दूसरा Tally 9. ये Tally के multilingual version थे.
2009 में इस कंपनी ने Tally ERP 9 एक Business management solution रिलीज़ किया.
2016 में GST Server और Tax Payers के बीच में interface के रूप में GST सुविधा प्रदान करने के लिए Tally Solutions को चुना गया और 2017 में कंपनी ने बिलकुल अपडेट GST Compliance Software लाँच किया.
टैली करने के फायदे
अगर आप टैली की जानकारी रखते है तो आपको किसी CA के ऑफ़िस में या किसी भी छोटी-बड़ी कंपनी में अकाउंटेंट का काम आसानी से मिल सकता है आज के समय में कंप्यूटर हमारे जीवन का मुख्य अंग हो गया है और हम आज आसानी से इसे चला भी सकते है अगर आपको टैली की जानकारी है तो आप आपने व्यापार का भी हिसाब आसानी से कर सकते है यानि टैली की जानकारी दोनों तरफ से फ़ायदेमंद है
धन्यवाद !!
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